प्रयोग अचूक और अनुभूत है बावन भैरूं चौसठ जोगिन, उसटा चक्र चलावै वाणी : मनुष्य के जीवन में चाहे आन्तरिक शत्रु जैसे काम, क्रोध, लोभ,मोह, अहंकार आदि हों या बाहर के शत्रु हों तो जीवन की गति थम सी जाती है शनिवार के दिन पीपल के मूल में बैठकर https://vashikaran18417.bloginder.com/32997715/the-single-best-strategy-to-use-for-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra