काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ ** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥ सहस कमल में हो https://shivchalisa62108.blogprodesign.com/51753006/shiv-chalisa-lyrics-in-english-with-meaning-things-to-know-before-you-buy