हे हनुमान जी! जो कोई भी आपका मन, कर्म और वचन से ध्यान करता है, उनको सब संकटों से आप छुड़ाते है। संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।। जय हनुमान ज्ञान गुण सागर । जै कपीस तिहुँलोक उजागर ॥ रामदूत अतुलित बलधामा । अंजनि-पुत्र पवन-सुत https://mooninastrology41740.qowap.com/78861202/helping-the-others-realize-the-advantages-of-chalisa-hanuman-chalisa-paath